चर्चित दलित नेता एवं भीम आर्मी प्रमुख चंदशेखर आज़ाद रावण की देवभूमि में धमक से हलचल देखी गई। जहां काशीपुर में रावण ने मीडिया से मुखातिब होते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला तो वहीं उन्होंने दलितों के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटी सेकने वाले दलित नेताओ को भी नहीं बख्शा।
दरअसल भीम आर्मी प्रमुख और आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण का बीती देर रात खटीमा में दलित नेताओ से मुलाकात के बाद सहारनपुर अपने निवास को जाते हुए यहाँ काशीपुर के कुंडा क्षेत्र में नवीन सब्जी मंडी के निकट कजारिया टाइल्स शो रूम पर चन्द्रशेखर रावण आज़ाद समाज पार्टी नेता समर खान और भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष अजय गौतम से मुलाक़ात को रुके जहां उनके समर्थकों ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया।
अपने संक्षिप्त दौरे में रावण ने कहा कि भाजपा ने कोरोना महामारी में भी सौतेला व्यवहार किया। भाजपा हमेशा धर्म की राजनीति करती है जिसका खामियाजा बीजेपी को जल्द भुगतना होगा। आजाद समाज पार्टी यूपी उत्तराखंड पंजाब बिहार मध्य प्रदेश में गरीब बेसहारा मजलूम और कमजोरो की आवाज उठाएगी। अभिव्यक्ति की आजादी, स्वास्थ, शिक्षा,पलायन,बेरोजगारी इन मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे,आज देश का युवा बेरोजगार है देश का युवा देश को खंडित करने वालो को मुंहतोड़ जवाब देगा।
उन्होंने यह भी कहा 2022 में पार्टी देश भर में उभर कर आएगी और हम सरकार व मशीनरी के बिना दबाव में आए संवैधानिक तरीके से दलित, अल्पसंख्यकों और दबे कुचले लोगो की आवाज़ को बुलंद कर उनका हक उनको दिलाने का काम करेंगे।
भीम आर्मी मुखिया आज़ाद ने कहा के देश में मूंछ और पूछ की जंग छिड़ी हुई है। मूूँछ वाले देश को खोखला करने वाली मोदी सरकार को बेदखल करने की हमारी जंग में शामिल हो रहे हैं तो वहीं पूछ वाले बीजेपी और आर एस एस के तलवे चाटते हुए पूछ हिला रहें है।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि यही असली लड़ाई का वक्त है नौजवानों सड़कों पर उतरकर अपने हकों के आवाज बुलंद करो। चाहे सत्ताधारी देश के दुश्मन आपको जेलों में ठूंस दे हम जेल से डरने वाले नहीं जेल में उन्हें ‘‘सूखी रोटियां’’ दी गईं और उनके परिवार को उनसे मिलने नहीं दिया गया। मैने जो कुछ भुगता है मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि भाजपा को सूद समेत उसे 2022 के विधानसभा चुनाव में वापस करूं।