टैक्सी चालक से मासिक रिश्वत की डिमांड करने वाले रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के दारोगा को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया है। आरोपित टैक्सी चालक से पार्किंग में सवारी भरने के एवज में चार हजार रुपये प्रतिमाह की रिश्वत की मांग कर रहा था। बुधवार को सीबीआइ की टीम ने ट्रैप लगाकर आरोपित को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ आरोपित की संपत्ति की जांच में जुट गई है।
मो. इरशाद निवासी आजादनगर बनभूलपुरा हल्द्वानी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह टैक्सी चलाने का काम करता है। उसकी खुद की टैक्सी है और हल्द्वानी रेलवे स्टेशन में सवारियां भरता है। बताया कि हल्द्वानी रेलवे स्टेशन में तैनात आरपीएफ का दारोगा दिनेश मीणा उससे पार्किंग में सवारी भरने के एवज में 04 हजार रुपये की मासिक रिश्वत की मांग कर रहा है। 15 जनवरी को दारोगा दिनेश मीणा ने अपने मोबाइल से फोन किया व रिश्वत देने के लिए अपने कार्यालय में बुलाया।
शिकायतकर्ता ने बताया कि वह इतनी रिश्वत देने में असमर्थ था और रिश्वत नहीं देना चाहता था। इसलिए दारोगा से राशि कम करने को कहा। 15 जनवरी को वह दारोगा के कार्यालय पहुंचा जहां दारोगा ने तीन हजार रुपये की रिश्वत की मांग की और मजबूरी बताने पर 02 हजार रुपये में सौदा तय हो गया। शिकायत के आधार पर एसपी सीबीआइ एसके राठी के निर्देश पर सीबीआइ की टीम बुधवार को हल्द्वानी पहुंची और आरोपित दारोगा को 02 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआइ ने किया मुकदमा दर्ज, संपत्ति की जांच शुरू रिश्वत लेने वाले दारोगा के विरुद्ध सीबीआइ ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपित की संपत्ति की जांच शुरू कर दी गई है। उसके बैंक खाते खंगाले जा रहे हैं। इसके साथ ही शिकायतकर्ता की ओर से उपलब्ध कराई गई रिश्वत मांगने की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी कब्जे में ली गई है।