लालकुआं: पशुओं को बेसहारा छोड़ने पर पशुपालकों के खिलाफ होगा मुकदमा

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लालकुआं में लगातार बेसहारा गौवंश के कारण बढ़ रही दुर्घटनाओं, किसानो की फसलों को लगातार हो रहे नुकसान को लेकर बीते दिनों सामाजिक कार्यकर्ताओं ने डीएम से मुलाकात की थी। उसके बाद जिलाधिकारी वंदना सिंह द्वारा समाधान क्षेत्रीय स्तर पर तलाश करने हेतु लालकुआं एसडीम सहित अन्य अधिकारियों को शिष्ट मंडल से मुलाकात करने व तत्काल समाधान तलाश करने के लिए निर्देशित किया गया था।

इसी क्रम में सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक शिष्टमंडल ने सामजिक कार्यकर्ता पीयूष जोशी के नेतृत्व मे लालकुआं एसडीएम तुषार सैनी से मुलाकात की। इस दौरान लगातार हो रही दुर्घटनाओं सहित तमाम विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई व तात्कालिक रूप मे बेसहारा गौवंश के गले में रेडियम बेल्ट लगाने में प्रशासनिक सहयोग, जंगलों में जानवरों के लिए पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता के लिए चाल खाल, वन विभाग के माध्यम से खुदान कर उचित जल संग्रहण सहित जंगलो के किनारे उचित चारे की बेल्ट विकसित करने, दुर्घटनाओं में घायल हुए लोगों के परिवारों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आवश्यक सहयोग प्रदान करवाने, पशुओं की क्रय ब्रांडिंग के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजने सहित गंगापुर कबडाल में मौजूद गौशाला के विस्तारीकरण के लिए नगर पंचायत लालकुआं से सहयोग सहित अन्य मुद्दों पर सहमति भी बनी, जिस पर कार्यवाही जल्द शुरु करने आश्वाशन एसडीएम ने शिष्टमंडल को दिया।

इस दौरान एसडीएम तुषार सैनी ने बताया कि पालतू पशुओं को छोड़ने पर पशुओं के मालिकों पर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही पशुपालकों से यही निवेदन है कि पशुओं का दूध दोहन करने के बाद उन्हें बेसहारा सड़कों पर ना छोड़े, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि फिलहाल पालतू पशुओं को छोड़ने पर 2000 का चालान है।

इसे बढ़ाकर 10000 करने का प्रस्ताव भी पशुपालन विभाग व गौ सेवा आयोग मे लंबित है। अगर कोई भी पशुपालक पशुओं को छोड़ते पाये गये तो कड़ी कार्यवाही होगी व उन्होंने बताया कि कई पशुओं के मालिकों की पहचान की जा रही है। पशुपालन विभाग की टीम जल्द चालानी कार्यवाही पूरी करेगी व जान माल की हानि पर पशुपालकों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज होगा। शिष्ट मंडल में सामाजिक कार्यकर्ता पीयूष जोशी, विकास गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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