फर्जी रजिस्ट्रेशन तैयार करने के मामले कोतवाली मनेरी में दो आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है। गत बृहस्पतिवार को गंगोत्री हाईवे के हिना पंजीकरण केंद्र में दोपहर के समय तीर्थयात्रियों दो बसे पहुंची। ये तीर्थयात्री भावनगर गुजरात से आए थे। जिन्हें पुलिस शुक्रवार को वापस हरिद्वार भेज दिया है।
चारधाम यात्रा का आगाज होते ही भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम पर दर्शन के लिए उमड़ रही है, इसी बीच बृहस्पतिवार को फर्जी रजिस्ट्रेशन का मामला भी सामने आया है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित रजिस्ट्रेशन सेन्टर हिना में चैकिंग के दौरान रजिस्ट्रेशन बार कोड चैक करने पर दो यात्री बसों की रजिस्ट्रेशन की तिथि फर्जी पाई गई, दोनों बसों में 88 तीर्थयात्री सवार थे।
पंजीकरण कर्मचारी के अनुसार इन तीर्थयात्रियों के पास पंजीकरण की पीडीएफ फाइल थी उसमें पंजीकरण की तिथि 15 मई दिखाई गई। जबकि टूरिस्ट बैंड के क्यूआर कोड की जांच करने पर 15 जून की तिथि आई। इसकी जानकारी उन्होंने उच्च अधिकारियों को दी गई। देर शाम तक पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत कुमार के निर्देश पर दोनों बसों को हिना के पास रोका गया।
जिसके बाद जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने निर्देश पर पुलिस ने मुकदम दर्ज किया। तीर्थयात्रियों की तहरीर पर दोनों टूर ऑपरेटरों के विरुद्ध कोतवाली मनेरी पर सरकारी दस्तावेज पर धोखे से कूटरचना कर फर्जी रजिस्ट्रेशन तैयार पर मुकदमा दर्ज किया गया। तीर्थयात्रियों ने बताया कि हरिद्वार से टिंकू व माटू नामक दो टूर ऑपरेटर ने उनके रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाडा किया है। उनके साथ छलावा किया गया है।
पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने कहा कि कोई भी तीर्थयात्री बिना रजिस्ट्रेशन व रजिस्ट्रेशन की तिथि से पूर्व या बाद यात्रा पर न आएं। सभी श्रद्धालु अपना पंजीकरण आधिकारिक साइट से ही करें। किसी भी जालसाज के बहकावे में न आएं, पंजीकरण सेन्टर में लगातार चैकिंग की जा रही है, यदि किसी का पंजीकरण फर्जी पाया जाता है तो उन्हें किसी भी दशा में यात्रा नहीं करने दी जाएगी।