उत्तराखंड के चमोली में आज सुबह एक दर्दनाक और बड़ा हादसा हो गया। अलकनंदा नदी के तट पर नमामि गंगे प्रोजेक्ट के निर्माणाधीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की साइट पर अचानक करंट फैलने से 15 लोगों की मौत हो गई। वहीं, कई लोगों के झुलसने की भी जानकारी सामने आई है। मृतकों में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और 3 होमगार्ड भी शामिल हैं।
घायलों को पीपलकोटी अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस और रेस्क्यू टीमें मौके पर मौजूद हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल ने घटना पर गहरा दुख जताया है।साथ ही सीएम धामी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। चमोली की घटना में मृतकों के पार्षदों को पांच ₹5 लाख और घायलों को ₹1 लाख की राहत राशि देने के निर्देश मुख्यमंत्री धामी ने दिए हैं।
एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने भी करंट लगने से 16 लोगों की मौत की पुष्टि करने के साथ बताया कि एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर और 3 होम गार्ड भी हादसे का शिकार हुए हैं। हादसे में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत की मौत हो गई। 5 घायलों का गोपेश्वर अस्पताल में इलाज चल रहा है और 6 गंभीर घायलों को हेलीकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है। वहीं घटना के दृष्टिगत आसपास के क्षेत्र की विद्युत लाइन काट दी गई है।
चमोली के अलकनंदा नदी के तट पर बने नमामि गंगे के प्रोजेक्ट साइट पर मीटर के तारों से करंट फैलने को हादसे की वजह बताई जा रही है ।हालांकि अभी घटना का कारण पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि सीवर ट्रीटमेंट स्टेशन में हुए हादसे में पहले एक व्यक्ति करंट की चपेट में आया , तब उसे बचाने गए लोग भी करंट की चपेट में आ गए।
चमोली में अलकनंदा के तट पर नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर काम चल रहा है। मंगलवार की रात को साइट पर बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था और बुधवार की सुबह इसी तीसरे फेज को जोड़ा गया था, जिसके बाद ही परिसर में करंट दौड़ गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि रात में यहां रहने वाले
साइट के केयर टेकर का सुबह फोन नहीं लग रहा था, जिसके बाद परिजनों ने साइट पर आकर देखा तो पता चला कि केयर टेकर की करंट लगने से मौत हो गई है। सूचना मिलते ही परिवार के लोग और कई अन्य ग्रामीण भी साइट पर पहुंचे। इस दौरान वहां दोबारा से करंट फैल गया, जिसकी चपेट में कई लोग आ गए, जिस समय हादसा हुआ उस वक्त साइट पर 20 से ज्यादा लोग मौजूद थे।