
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक 21-23 मार्च 2025 तक जन सेवा विद्या केंद्र, बैंगलुरु, कर्नाटक में संपन्न हुई थी। बैठक में देशभर से 1482 आमंत्रित कार्यकर्ताओं में से 1443 कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।

बैठक के प्रमुख बिंदुओं को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तराखंड प्रांत द्वारा हल्द्वानी में आज एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। इसमें उत्तराखंड प्रांत के प्रांत संघचालक डॉ. बहादुर सिंह बिष्ट और डॉ. बृजेश बनकोटी ने मीडिया को बैठक के महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी दी।
संघ के शताब्दी वर्ष पर विशेष योजनाएं
संघ कार्य को और अधिक विस्तारित व सुदृढ़ करने के लिए शताब्दी वर्ष (2025-2026) को लेकर विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए। प्रमुख निर्णयों में शामिल हैं:
- संघ कार्य का विस्तार और सुदृढ़ीकरण – समाज के प्रत्येक वर्ग तक संगठन को मजबूत करने की योजना।
- सामाजिक एकता और राष्ट्रीय पुनर्जागरण – हिंदू समाज को संगठित कर समरसता को बढ़ावा देना।
- विश्व शांति और समृद्धि का संकल्प – एक समरस और संगठित हिंदू समाज के निर्माण का लक्ष्य।
- बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ वैश्विक आवाज – प्रतिनिधि सभा ने इस मुद्दे पर विश्व समुदाय से हस्तक्षेप करने की अपील की।
संघ के सरकार्यवाह जी ने रानी अब्बक्का के 500वें जन्मदिवस पर विशेष वक्तव्य दिया। उन्होंने वीरांगना रानी अब्बक्का की संघर्षशील गाथा को देशवासियों के लिए प्रेरणादायक बताया और उनके योगदान को याद किया। बैठक में यह भी तय किया गया कि संघ आगामी वर्षों में समाज के प्रत्येक वर्ग तक अपनी विचारधारा और सेवा कार्यों को पहुंचाएगा। संघ का शताब्दी वर्ष, 2025-26, इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा।

