हल्द्वानी। उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी में आज से दो दिवसीय “कृषि और संबद्ध विज्ञान में नवाचार और वर्तमान प्रगति (आईसीएएएएस-2025)” विषय पर 7वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन हाइब्रिड मोड पर प्रारम्भ हो गया है। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.
नवीन चन्द्र लोहनी ने कहा कि कृषि को पर्वतीय क्षेत्रों में किस प्रकार बढ़ावा दिया जा सकता है, इस संबंध में हमें कार्य करने की आवश्यकता है।

यूओयू के सभागार में आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में बोलते हुए कुलपति प्रो. लोहनी ने कहा कि कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों में नवाचार, सतत विकास और तकनीकी उन्नयन वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। ऐसे अंतरराष्ट्रीय मंच शोधकर्ताओं, शिक्षकों और विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर पर विचार साझा करने का सशक्त अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि आज नवाचार की आवश्यकता है, हम इसमें किस प्रकार योगदान दे सकते है यह हमें सोचना होगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही यूओयू भी इस कृषि को लेकर पाठ्यक्रमों को चलाने का प्रयत्न करेगा। सम्मेलन में बोलते हुए विशिष्ट अतिथि निदेशक, उत्तराखण्ड काउंसिंग ऑफ बायोटेक्नोलॉजी हल्दी पंतनगर डा. संजय शर्मा ने कहा कि हाईब्रिड मोड के इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का दूरस्थ्य शिक्षा में विशेष महत्व है। उन्होंने सभी विषयों को सुसंगत बताते हुए सम्मेलन का महत्व समझाया। सम्मेलन के अतिथि उत्तराखण्ड आयुष परिषद के अध्यक्ष डा. केसी चंदोला ने विभिन्न आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं जैव प्रौद्योगिकी के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि सभी विषय एक दूसरे से जुड़े हुए है।

कार्यक्रम के आयोजक डा. एसपी सिंह ने सम्मेलन की रूपरेखा प्रस्तुत की, और इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का महत्व बताया। सम्मेलन के मुख्यनिदेशक व पंतनगर विवि के डीन प्रो. आनन्द सिंह जीना ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का असर कृषि व जैव विविधता पर किस प्रकार पड़ रहा है, इस पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कृषि अनुसंधान, आनुवंशिकी सुधार और छात्रों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। दो दिवसीय इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन आस्था फाउंडेशन मेरठ व उत्तराखण्ड मुक्त विवि के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है। इस सम्मेलन में देश के विभिन्न प्रांतों के करीब 150 से अधिक शोधकर्ता, वैज्ञानिक व शिक्षाविद् भाग ले रहे हैं। इस सम्मेलन में मुख्य आयोजन सचिव डा. एसएस कुंजवाल ने उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय का संक्षिप्त परिचय देते हुए यहां के विविध पाठ्यक्रमों से अवगत कराया। सम्मेलन का सफल संचालन प्रो. महेन्द्र सिंह ने किया। इस मौके पर यूओयू के निदेशक, शिक्षक व कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।
