भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में आयोजित पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार करते ही 343 युवा कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही मित्र देशों के कैडेट्स भी पास आउट हुए। पासिंग आउट परेड की सलामी इस बार श्रीलंका के सीडीएस जनरल डॉ. शिवेंद्र सिल्वा ने ली।
कड़ी सुरक्षा के बीच अकादमी के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर सुबह आठ बजे परेड शुरू हुई। परेड के बाद पीपिंग सेरेमनी आयोजित की गई। इसके बाद देश और विदेश के 372 कैडेट्स अफसर बनकर अपनी सेनाओं की मुख्य धारा में जुड़ गए। इनमें 343 अफसर भारतीय सेना को मिले।
उत्तराखंड से हर साल आईएमएम में होने वाले पीओपी में बड़ी संख्या में युवा अफसर निकलते हैं। आबादी में अन्य प्रदेशों से काफी छोटा होने के बाद भी अफसर देने में उत्तराखंड अव्वल है। इस बार उत्तर प्रदेश के बाद उत्तराखंड दूसरे स्थान पर है। इस बार भी उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा कैडेट्स देने वाला राज्य बना है। उत्तर प्रदेश के 68 कैडेट्स पासआउट होकर अफसर बनें हैं। जबकि 42 कैडेट्स के साथ उत्तराखंड इस बार दूसरे स्थान पर है।
इस बार आईएमए की पीओपी के बाद उत्तर प्रदेश के 68, उत्तराखंड के 42, राजस्थान के 34, महाराष्ट्र के 28, बिहार के 27, हरियाणा के 22, पंजाब के 20, हिमाचल प्रदेश के14, कर्नाटक के 11, जम्मू कश्मीर के 10, केरल और पश्चिम बंगाल के 9-9, दिल्ली – तमिलनाडु के 8-8, मध्य प्रदेश के 07, झारखंड और ओडिशा के 5-5, आंध्र प्रदेश के 04, छत्तीसगढ़ और चंडीगढ़ के 3-3, गुजरात के 02, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर और मेघालय के एक-एक, नेपाल मूल (भारतीय सेना) के 4 कैडेट पास आउट हुए हैं।