केदारनाथ सीट के उपचुनाव की लड़ाई को भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने 5623 मतों से जीत लिया। उन्हें कुल 23 हजार 130 मत मिले। दूसरे स्थान पर कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत ने 18 हजार 31 मत साहिल किए। वहीं, तीसरे स्थान निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान ने 9303 वोट झटके। आशा नौटियाल इस क्षेत्र से तीसरी बार जनता का प्रतिनिधित्व करेंगी। केदारनाथ सीट पर मिली जीत पर मुख्य्मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाबा केदार को प्रणाम किया। साथ ही इसे जनता की जीत बताया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी उपचुनाव के परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल पूरे 13 राउंड में से 12 में बढ़त बनाए रहीं। अधिकतर राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत दूसरे स्थान पर रहे, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान एक राउंड में पहले, जबकि एक राउंड में दूसरे स्थान पर भी रहे। खैर, आशा नौटियाल की इस जीत ने साबित कर दिया कि जो किला बीते कुछ दिनों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में केदारनाथ क्षेत्र में तैयार किया गया, उसे भेदने में सभी दल और प्रत्याशी पूरी तरह असफल रहे।
विरोधी चित
भाजपा प्रत्याशी की जीत ने न सिर्फ बदरीनाथ और मंगलौर सीट के उपचुनाव की हार से उपजे समीकरणों को बदल डाला, बल्कि एक और हार के साथ अपने निहितार्थ तलाश रहे धामी के प्रतिद्वंद्वियों और विरोधियों को भी चारों खाने चित कर दिए। यह जीत मौजूदा भाजपा सरकार के लिए बूस्टर डोज का भी काम करेगी। साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने यह भी साबित कर दिए कि वह गेम चेंजर भी हैं।
आशा नौटियाल का परिचय
आशा नौटियाल (जन्म 25 जून, 1969) एक वरिष्ठ भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्तमान में उत्तराखंड में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं। आशा नौटियाल उत्तराखंड राज्य की केदारनाथ विधानसभा में वर्ष 2002 से 2012 तक भाजपा से दो बार विधायक रह चुकी हैं।
1996 जिला पंचायत सदस्य ऊखीमठ वार्ड (निर्विरोध)
1997-1998 जिला उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी
1999 जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा रुद्रप्रयाग
2002 विधायक केदारनाथ
2007 विधायक केदारनाथ
2009-2011 संसदीय सचिव
2014 लोकसभा चुनाव में केदारनाथ विधानसभा चुनाव संयोजक
वर्तमान में आशा नौटियाल महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं।